वैज्ञानिक कारण | Vegyanik karan


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हमारे रोजमर्रा की लाइफ में कई सारी ऐसी घटनाएं होती हैं जिनके पीछे छिपे विज्ञान को हम नही जान पाते, ऐसी ही कुछ घटनाओं को हम देखेगें-


प्रश्न –वायुमण्डल में बहुत अधिक ऊपर जाने पर रक्त नलिकाओं के फटने का डर रहता है, क्यों?
उतर –वायुमण्डल में बहुत अधिक ऊपर जाने पर वायु दाब कम हो जाता है और रक्त नलिकाओं में रक्त द्वारा अधिक दाब होता है, अतः  उनके फटने का डर रहता है.

प्रश्न– किसी जलती हुई वस्तु पर मिट्टी डालने से वह बुझ जाती है, क्यों?
उत्तर– जलती हुई वस्तु पर मिट्टी डालने से मिट्टी उस वस्तु को ढक लेती है और उस वस्तु को जलने के लिए वातावरण से ऑक्सीजन नही मिल पाती, अतः वह बुझ जाती है।

प्रश्न– पानी आग को बुझा देता है, क्यों?
उत्तर– जब आग पर पानी डालते है तो पानी की वाष्प बनती है जो आज को चारो ओर से घेर लेती है। इस प्रकार आग को जलने के लिए वातावरण से ऑक्सीजन प्राप्त नहीं हो पाती है और आग बुझ जाती है।

प्रश्न– कोयला जलाकर किसी कमरे में सोना हानिप्रद है, क्यो?
उत्तर– कोयला जलकर कार्बन डाई–ऑक्साइड तथा कार्बन मोनो–ऑक्साइड गैस उत्पन्न करता है, जो विषैली गैसें होती है। बंद कमरे में शुद्ध वायु नही आ पाती और इन गैसों के कारण बन्द कमरे का वातावरण विषैला हो जाता है जो हानिप्रद होता है।

प्रश्न– मैग्नीशियम, कार्बन डाई–ऑक्साइड गैस में भी जलने लगता है, क्यों?
उत्तर– मैग्नीशियम जलकर उच्च ताप तथा प्रकाश उत्पन्न करता है, जिससे कार्बन डाई–ऑक्साइड अपने घटकों कार्बन तथा ऑक्सीजन में विभक्त हो जाती है। इस प्रकार मैग्नीशियम कार्बन डाई–ऑक्साइड गैस की उपस्थिति में भी जलता रहता  है।

प्रश्न– रेफ्रिजरेटर में खाना ताजा बना रहता है, क्यों?
उत्तर– रेफ्रिजरेटर के अंदर का ताप बहुत कम होता है। जिससे पदार्थो में किण्वन की क्रिया संभव नही होती है। अतः उनमें रखा जाने वाला खाना खराब नही होता है।

प्रश्न– क्या कारण है कि चीनी का शर्बत मिश्रण है?
उत्तर– चीनी का शर्बत पानी और चीनी के मिलाने से बनता है। शर्बत में उसके अवयवों के गुण पाए जाते हैं तथा इसे गर्म करके पुनः इसके अवयवों को प्राप्त किया जा सकता है। मिश्रण को भौतिक रीतियों से उसके अवयवो में वापस किया जा सकता है। अतः चीनी का शर्बत मिश्रण है।

प्रश्न– क्या कारण है कि परमाणु उदासीन होता है?
उत्तर– परमाणु की कक्षाओं में स्थित इलेक्ट्रॉनों पर समस्त ऋण आवेश परमाणु के केंद्रक में स्थित प्रोटोनों के समस्त धन आवेश के बराबर होता है। अतः परमाणु उदासीन होता है।

प्रश्न– क्या कारण है कि परमाणु केन्द्रक द्वारा अल्फा कण प्रतिकर्षित हो जाते हैं?
उत्तर– अल्फा कणों पर धन आवेश होता है और परमाणु के केन्द्रक पर भी प्रोटॉनों के कारण धन आवेश होता है। अतः अल्फा कण, केन्द्रक द्वारा प्रतिकर्षित हो जाते हैं।

प्रश्न– क्या कारण है कि सल्फर डाइऑक्साइड पानी में घुलकर अम्लीय विलयन बनाती है?
उत्तर– सल्फर डाइऑक्साइड पानी से संयोग करके सल्फ्यूरिक अम्ल बनाती है। सल्फ्यूरिक अम्ल आयनीकृत होकर H आयन उत्पन्न करता है, जिससे विलयन अम्लीय हो जाता  है।

प्रश्न– क्या कारण है कि भीगे फूलों के रंग को क्लोरीन उड़ा देती है?
उत्तर– क्लोरीन, भीगे फूलों के पानी से क्रिया करके नवजात ऑक्सीजन उत्पन्न करती है जो फूलों के रंग को ऑक्सीकृत करके उन्हें रंगहीन कर देती है।

प्रश्न- क्या कारण है कि कॉपर, नाइट्रिक अम्ल में घुलनशील है परंतु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में नहीं ?
उत्तर- कॉपर, क्रियात्मक श्रेणीक्रम में हाइड्रोजन से नीचे है। अतः यह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से रासायनिक क्रिया नहीं करता है इसलिए यह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में नहीं घुलता, परंतु नाइट्रिक अम्ल तीव्र ऑक्सीकारक है, जो कॉपर को ऑक्सीकृत कर देता है। अतः कॉपर नाइट्रिक अम्ल में घुल जाता है।

प्रश्न- क्या कारण है कि नीला कॉपर सल्फेट गर्म करने पर सफेद रंग में परिवर्तित हो जाता है ?
उत्तर- कॉपर सल्फेट का नीला रंग उसमें उपस्थित केलासन के कारण होता है, परंतु जब इसे गर्म करते हैं तो इसका केलासन जल समाप्त हो जाता है। जिससे कॉपर सल्फेट का नीला रंग भी समाप्त हो जाता है और वह सफेद हो जाता है।

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